12वीं के बाद करें कंप्यूटर साइंस के ये कोर्स, बनेगा बेहतरीन करियर

Computer Science Courses after 12th: कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई करने वालों को अच्छी सैलरी वाली नैकरी पाने का स्कॉप अच्छा है. 12वीं के बाद कंप्यूटर साइंस से जुड़ी पढ़ाई करने के लिए डिप्लोमा भी कर सकते हैं और डिग्री भी ले सकते हैं.

Computer Science Courses after 12th
Computer Science Courses after 12th

डिप्लोमा के जरिए भी interdisciplinary फील्ड्स में fundamental concepts और basics को समझा जा सकता है. हांलकि इस डोमिन की गहराई से नॉलेज के लिए अंडरग्रेजुएट डिग्री ले सकते हैं. अंडरग्रेजुएट डिग्री में BSc/ BTech/ BE प्रोग्राम्स शामिल हैं. जबकि डिप्लोमा के लिए अलग ऑप्शन हैं. यहां जानिए डिप्लोमा और डिग्री के नाम और उसके ड्यूरेशन.

कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा
1 -कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (3 साल)
2 -कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (3 साल)
3 -कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा (2-3 साल)
4 -सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (3 साल)
5 -कंप्यूटर हार्डवेयर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (3 साल)
6 -कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (3 साल)
7 -हार्डवेयर और नेटवर्किंग में डिप्लोमा (3 साल)

डिप्लोमा प्रोग्राम के जरिए कैंडिडेट्स बेसिक कॉन्सेप्ट्स और कंप्यूटर साइंस के तहत आने वाले vast domain के टॉपिक्स को कवर करते हैं. छात्रों को ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्किंग के साथ-साथ बुनियादी प्रोग्रामिंग और कंप्यूटिंग के बारे में बुनियादी जानकारी मिलती है. 12वीं कंप्यूटर साइंस के बाद डिप्लोमा का विकल्प चुनने से कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के अच्छे ज्ञान के साथ-साथ इस क्षेत्र में एंट्री लेवल जॉब्स पाने लायक काबिलियत आ जाती है.

कंप्यूटर साइंस में डिग्री
1 -कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई (4 साल)
2-कंप्यूटर साइंस में बीटेक या बीई (4 साल)
3 -कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई (4 साल)
4 -कंप्यूटर एंड कम्यूनिकेशन साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई (4 साल)
5-सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई (4 साल)
6 -बीएससी कंप्यूटर साइंस (3 साल)
7 – सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में बीएससी (3 साल)
8 -कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीएससी (3 साल)
9 -बीसीए (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) 3 साल
10 -कंप्यूटर इंजीनियरिंग में इंटीग्रेटेड (बीई/बीटेक + एमई/एमटेक) (5 साल)

अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के जिए कंप्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन, ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्किंग की जानकारी गहराई से मिलती है. इनके जरिए कंप्यूटिंग सिस्टम और technologies, विभिन्न सॉफ्टवेयर applications का उपयोग करने के लिए ट्रेनिंग मिलती है.

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